खुशिया किसी की मोहताज नहीं होती,
दोस्ती यूँही इत्तिफाक से नहीं होती,
कुछ तो माइने होंगे इस पल के,
वरना यूँही आपसे मुलाकात नहीं होती।
दोस्ती यूँही इत्तिफाक से नहीं होती,
कुछ तो माइने होंगे इस पल के,
वरना यूँही आपसे मुलाकात नहीं होती।
# Table No. 21
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